राजनीति की रपटीली राहें , जिसको भी देखो बस साधने में लगे हैं सत्ता की चाहें। राजनीति की रपटीली राहें , जिसको भी देखो बस साधने में लगे हैं सत्ता की चाहें।
जिसमें डूबता है कभी मन और कभी उबरता। जिसमें डूबता है कभी मन और कभी उबरता।
छोटे सा किरदार भले हो उसे अपनी कला दिखाने दो। छोटे सा किरदार भले हो उसे अपनी कला दिखाने दो।
हज़ार दु:खों से मुक्ति पाऊँ जो ईश तेरा आधार मिले। हज़ार दु:खों से मुक्ति पाऊँ जो ईश तेरा आधार मिले।
सत्ताधारी रोज गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं! सत्ताधारी रोज गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं!
सत्ता की चौसर बिछी, जुड़े धुरंधर आय। अपनी-अपनी जीत के, सोचें नए उपाय। सत्ता की चौसर बिछी, जुड़े धुरंधर आय। अपनी-अपनी जीत के, सोचें नए उपाय।